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भ्रष्टाचार: विद्यालयों की रंगाई-पुताई को आया धन कौन गटक गया?

भ्रष्टाचार: विद्यालयों की रंगाई पुताई को आया धन कौन गटक गया? आई पी एफ प्रवक्ता अजय राय ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत करते हुए जिलाधिकारी को कंपोजिट ग्रांट के पैसे का सही उपयोग की गारंटी को लेकर पत्र भी लिखा…..

बेसिक शिक्षा विभाग ने प्रत्येक परिषदीय विद्यालयों की रंगाई व पुताई के लिए कंपोजिट ग्रांट मद में छात्र-छात्राओं की संख्या के हिसाब से 25 से 50 हजार रुपए और जहाँ प्राथमिक विद्यालय व जूनियर विद्यालय संयुक्त हैं वहां 75 हजार की धनराशि भेजी है. मगर ज्यादातर विद्यालय अभी भी बदरंग बने हुए हैं.
चकिया के भभौरा सहित कई विघालय में काम भी हुआ हैं लेकिन अपवाद में हैं !
अब सवाल यह उठता है कि क्या यह धनराशि विद्यालय में खर्च न होकर कई जगह के हेड मास्टर की जेब में पहुंच गई. अभी तक अधिकांश कंपोजिट ग्रांट विद्यालयों का अनुरक्षण और रंग रोगन का कार्य नहीं कराया गया है जबकि लॉकडाउन में ही महा निदेशक बेसिक शिक्षा द्वारा रंग रोगन कराने का निर्देश जारी जर दिये थे.

. विकासखंड नौगढ़ में संचालित प्राथमिक विद्यालयों की संख्या 95 तथा उच्च प्राथमिक विद्यालयों की संख्या 45 है. चकिया के प्राथमिक विद्यालय 88 , जूनियर 18 , प्राथमिक व जूनियर स्कूल संयुक्त 35 हैं !

जिनके रंग रोगन व अनुरक्षण के लिए धनराशि एसएमसी के खाते में उपलब्ध कराई गई है. लेकिन कई जगह के हेड मास्टर बिना रंग रोगन कराये ही पूरी धनराशि गटक गए हैं. जबकि ए बी एस ए चन्द्रशेखर आजाद का कहना हैं यह हैं कि कंपोजिट ग्रांट के नाम पर आया पैसा कई काम के लिए आया था रंग पोताई को प्राथमिक नहीं बता रहें हैं और कल से सभी स्कूलों में ठीक कराने की बात कर रहें हैं!

अजीब हाल तो यह है कि चकिया, शहावगंज व नौगढ़ सहित तमाम क्षेत्र के अधिकांश प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों का रंग रोगन हुए काफी समय बीत चुका है और भवन की इमारतें काफी गंदी हो चुकी हैं.

वहीं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भोलेंद्र प्रताप सिंह की मानें तो कंपोजिट ग्रांट की धनराशि सभी विद्यालयों को भेजी जा चुकी है और यह धनराशि खाते से हेड मास्टर निकाल भी चुके हैं.

ऐसे में सवाल यह उठता है कि विद्यालय के रंग रोगन का कार्य हेड मास्टर क्यों नहीं करा रहे हैं. यह पैसा आखिर किसके इशारे पर बंदरबांट हुआ है या क्या हुआ है यह तो जांच का विषय हैं पूरे मामले में जगह जगह के खंड शिक्षा अधिकारी का तर्क समझ से परें हैं!

मुख्यमंत्री के सीएम पोर्टल कई जगह से शिकायत हो भी गया हैं वही चकिया व शहावगंज के प्राथमिक विद्यालय, जूनियर विद्यालय और प्राथमिक व जूनियर संयुक्त विद्यालय में रंगाई पुताई की बात छोड़ दे
परिसर में गंदगी और घास फूस झाड़ियां हैं जिसकी शिकायत आई पी एफ प्रवक्ता अजय राय ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर दर्ज करायी हैं!

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द सर्जिकल न्यूज़ डेस्क

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