क्षेत्र में हरे पेड़ों की कटान जोरों पर, वन विभाग मौन

हमीरपुर/मौदहा (अजहर हुसैन टीपू): मौदहा हमीरपुर कस्बे के आसपास सहित क्षेत्र में हरे पेडों की कटान जोरों पर है. इतना ही नहीं हरे पेडों को ठिकाने लगाने के लिए क्षेत्र में अवैध आरामशीन और कोयला भटटियां भी संचालित हो रही हैं इतना ही नहीं हरी लकड़ी को पडोसी जनपद बांदा मे भेजकर भी ठिकाने लगाया जा रहा है।
कोतवाली क्षेत्र के ग्राम सिजनौडा, भैंसता,उरदना, गुरदहा और खण्डेह सहित अन्य कई गांवों में इस दौरान हरे पेडों की कटान जोरों पर है जिन्हें ठिकाने लगाने के लिए कुछ गांवों में अवैध आरा मशीनें चल रही हैं तो कुछ गावों मे अवैध कोयला भटटियां संचालित की जा रही हैं।
इतना ही नहीं कस्बे के आसपास कपसा रोड और सिसोलर रोड पर ही कस्बे के पांच किलोमीटर के क्षेत्र में ही कई कोयला भटटियां चलाईं जा रही हैं।जिनपर वन विभाग और कोतवाली पुलिस की नजरें नहीं पड़ रही हैं। दोनों विभाग क्षेत्र में होने वाली हरे पेडों की अवैध कटान और चल रही कोयला भटटियां और आरा मशीनों को अनदेखा कर रहे हैं।
इतना ही नहीं क्षेत्र की लकडिय़ों पर पडोसी जनपद बांदा के लकडी माफियाओं की इस कदर नजर लग चुकी है कि बांदा के लकडी माफिया क्षेत्र के गांवों की लकडी को लोडर में भरकर बेखौफ दिन दहाड़े निकल रहे हैं। जबकि बिना हेलमेट के बाईकों का चालान काटने वाली पुलिस के लकड़ी भरे वाहन दिखाई नहीं दे रहे हैं।
इस सम्बंध में वन क्षेत्राधिकारी इफ्तिखार अहमद ने बताया कि सरकार ने किसान को लाभ देने के उद्देश्य से बबूल, विलायती बबूल, यूकेलिप्टस, बेरी,चिल्ला जैसे पेडों की कटान और ढुलान यानी आवागमन की छूट दी हुई है इसलिए इस सम्बंध में वन विभाग कुछ नहीं कर सकता है ह़ा पुलिस के पास ट्रैक्टर पकडऩे का पावर है तो पुलिस चाहे तो पकड़ सकती है।