
- रिहाई, कमाई, दवाई, पढ़ाई के नारे के तहत आईपीएफ ने मनाया लोकतंत्र बचाओ दिवस: अजय राय
- चकिया सहित कई जगह लोकतंत्र बचाओं दिवस हुए कार्यक्रम
चकिया: 9 अगस्त को ‘कारपोरेट भगाओ-किसान बचाओं’ के नारे पर अखिल भारतीय किसान मजदूर संघर्ष समन्वय समिति और मजदूरों संगठनों द्वारा राष्ट्रव्यापी विरोध कार्यक्रम का समर्थन करते हुए रिहाई, काले कानूनों का खत्मा, कमाई, दवाई, पढाई के सवालों पर लोकतंत्र बचाओ दिवस पर चन्दौली जनपद में कई जगह कार्यक्रम हुए इस दिन आईपीएफ, मजदूर किसान मंच , युवा मंच की ईकाईयां और लोकतंत्र बचाओ अभियान से जुड़े लोग बैनर, पोस्टर के साथ इस कार्यक्रम को मनाए और सोशल मीडिया ट्वीटर, फेसबुक, वाट्सअप, इंट्साग्राम आदि क के द्वारा अपनी आवाज बुलंद किया.
चकिया में लॉकडाउन के नियम को पालन करते हुए आई पी एफ नेता व मजदूर किसान मंच के प्रभारी अजय राय ने अपने घर पर धरना देते हुए कहा कि कोरोना महामारी के दौर में आरएसएस और भाजपा देश में वित्तीय पूंजी के सक्रिय सहयोग से मौजूदा राजनीतिक व्यवस्था को अधिनायकतंत्र में तब्दील करने में पूरी ताकत से लगी हुई है। उनके इसी प्रोजेक्ट का हिस्सा ही राम मंदिर का निर्माण भी है।
आरएसएस ने भूमि पूजन के लिए 5 अगस्त की तारीख का चुनाव भी इसीलिए किया था क्योंकि इसी दिन मोदी सरकार ने जम्मू कश्मीर का पुनर्गठन करने का दुस्साहिक कदम उठाया था। जिसके दुष्परिणाम आज भारत-चीन सीमा विवाद, पाकिस्तान का मनोबल बढ़ना, जम्मू कश्मीर में मानवाधिकारों व लोकतंत्र की हत्या के रूप में सामने आ रहे है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश लोकतंत्र पर हमले का माडल बन रहा है।
पुलिस राज में तब्दील होता जा रहा प्रदेश अपराधियों-माफियाओं के हवाले हो गया है और आम नागरिकों का जीवन असुरक्षित है। वित्तीय पूंजी के लिए आरएसएस-भाजपा द्वारा लाए जा रहे अधिनायकवाद और सामाजिक-सामुदायिक विषमता के विरूद्ध लोकतंत्र, स्वतंत्रता, समता और भाईचारा कायम करना हमारा लक्ष्य है।ं उन्होंने रिहाई, दवाई, कमाई, पढाई यानी राजनीतिक-सामाजिक कार्यकर्ताओं की बिना शर्त रिहाई, रोजगार, स्वास्थ्य, शिक्षा के अधिकार पर हम 9 अगस्त को लोकतंत्र बचाओ दिवस के रूप में मना रहें हैं!