
द सर्जिकल न्यूज़ डेस्क: लोक अदालत में एक बुजुर्ग का कर्ज खुद चुकाकर जज ने मिशाल पेश की है. मामला बिहार के जहानाबाद जिले का है.
जहां शनिवार को आयोजित लोक अदालत में जज साहब ने अपने पॉकेट से बुजुर्ग ब्राह्मण की 10 हजार रुपये देकर मदद की है.
मामला कुछ यूं था कि बुजुर्ग ब्राह्मण को कर्ज के 18 हजार रुपये चुकाने थे. लेकिन बुजुर्ग के पास पैसे नहीं थे। लोक अदालत में बुजुर्ग ने कहा कि उसके पास लौटाने के लिए पैसे नहीं है.
जज द्वारा मिसाल पेश करने की ये घटना बिहार के जहानाबाद जिले की है. दरअसल शनिवार को आयोजित लोक अदालत में ये मामला आया था.
यहां कर्ज में डूबे एक बुजुर्ग ब्राह्मण को जज साहब ने अपने पॉकेट से 10 हजार रूपये दिया और उसकी मदद की. हालांकि बुजुर्ग खुद के साथ 5 हजार रुपये लेकर आये थे लेकिन चुकाने थे 18 हजार रुपये.
बुजुर्ग के साथ आये एक युवक ने 3 हजार रुपये दिए लेकिन फिर भी पैसा पूरा नहीं हो रहा था. जिसके बाद बुजुर्ग की हालत देखकर जिला जज राकेश कुमार सिंह का हृदय पसीजा और उन्होंने 10 हजार रुपये अपने पॉकेट से अदा किए.
जज साहब की यह दरियादिली बुजुर्ग के दिल मे बैठ गई और बुजुर्ग वहीं फुट-फुटकर रोने लगा और जज साहब को धन्यबाद भी दिया.
बता दें कि शनिवार को जहानाबाद व्यवहार न्यायालय में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया. इसको लेकर जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष सह जिला जज राकेश कुमार सिंह के निर्देश पर न्याय मंडल में मामले के निपटारे को लेकर 16 न्याय पीठ का गठन किया गया था.
इस तरह के मामले तो बिहार के लगभग सभी जिलों में शनिवार को निपटाए गए लेकिन जज के द्वारा गरीब की मदद सुर्खियां बन गई.