
न्यूज़ डेस्क: प्रधानमंत्री मोदी ने राजीव गांधी खेल रत्न अवार्ड को अब मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवार्ड नाम देकर नया नामकरण किया है। अब राजीव गांधी खेल रत्न अवार्ड को मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवार्ड के नाम से जाना जाएगा।
इस नामकरण पर प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट में लिखा ‘ देश को गर्वित कर देने वाले पलों के बीच अनेक देशवासियों का ये आग्रह भी सामने आया है कि खेल रत्न पुरस्कार का नाम मेजर ध्यानचंद जी को समर्पित किया जाए लोगों की भावनाओं को देखते हुए, इसका नाम अब मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार किया जा रहा है। जय हिंद!’
वहीं देश के गृह मंत्री ने भी इसपर अपनी प्रतिक्रिया ट्वीट कर दी है। उन्होंने लिखा है – ‘देश के सर्वोच्च खेल सम्मान ‘खेल रत्न अवार्ड’ को देश के महानतम खिलाड़ी मेजर ध्यान चंद जी के नाम पर रखना उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि है।
यह खेल जगत से जुड़े हर व्यक्ति के लिए एक गर्व का निर्णय है। मैं इसके लिए प्रधानमंत्री @narendramodi जी का सभी देशवासियों की ओर से अभिनंदन करता हूँ।’
वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस नामकरण की सरहना की और लिखा है- ‘उत्तर प्रदेश में जन्मे हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद जी के नाम पर खेल रत्न पुरस्कार का नामकरण असंख्य खेल प्रेमियों व सम्पूर्ण
खेल जगत का सम्मान है।
उत्तर प्रदेश की ओर से आपका हृदय से आभार आदरणीय प्रधानमंत्री जी !’
वहीं भाजपा नेता व क्रिकेट खिलाड़ी रहे गौतम गंभीर ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने एक मीडिया चैनल को दिए बयान में कहा कि यह ऐतिहासिक है और यह कई साल पहले होना चाहिए था। खेल रत्न का पुरस्कार किसी खिलाड़ी के नाम नहीं होगा तो किसके नाम पर होगा। हाकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद को भारत रत्न देने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह जरूर होगा।
वहीं कांग्रेस के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि यह नामकरण भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी की छोटी मानसिकता को दर्शाता है। मेजर ध्यानचंद के नाम पर कोई और अवार्ड रख देते। राजीव गांधी के नाम को बदलकर दूसरा नाम रखना प्रधानमंत्री जी के एक तुच्छ मानसिकता को दर्शाता है।