
वाराणसी।धनतेरस पर मां अन्नपूर्णा के दर्शन के लिये करना होगा कोविड गाइडलाइन का पालन, इस बार डाक से भी बंटेगा ‘खजाना’ न त्रयोदशी के मौके पर वाराणसी के प्रसिद्ध अन्नपूर्णा मंदिर में विशेष पूजन की परंपरा है। धनतेरस और दीपावली के मौके पर साल में सिर्फ एक बार होने वाले मां अन्नपूर्णेश्वरी की स्वर्ण प्रतिमा के दर्शन और खजाना पाने के लिए हर साल लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ती है, पर इस बार कोरोना काल के चलते मंदिर प्रशासन ने भक्तों की सुरक्षा के लिए कुछ नये इंतजाम किया है।
दर्शन-पूजन और आयोजन के संदर्भ में रविवार को काशी अन्नपूर्णा मठ मंदिर के सभागार में पत्रकार वार्ता के दौरान महंत रामेश्वर पूरी ने बताया कि इस वर्ष पूरा विश्व कोरोना महामारी से लड़ रहा है। बाबा विश्वनाथ और मां भगवती के आशीर्वाद से व्यवस्थाएं धीरे-धीरे पटरी पर तो आ रही है। हालांकि खतरा अभी टला नहीं है।
उन्होंने बताया कि गुरुवार को धनतेरस से शुरू हो रहे स्वर्णमयी अन्नपूर्णा के दर्शन के दौरान कोविड-19 के बचाव के लिए जारी गाइडलाइन का पालन करवाते हुए भक्तों को दरबार में प्रवेश दिया जाएगा। भक्तों को बांसफाटक कोतवालपुरा ढूंढीराज गणेश होते हुए मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि अस्थायी सीढ़ियों से भक्त मन्दिर के प्रथम तल पर स्थित माता के परिसर में पहुंचेंगे। गेट पर ही माता का खजाना और लावा वितरण भक्तों में किया जाएगा। इसके बाद भक्तों को पीछे के रास्ते से राम मंदिर परिसर होते हुए कालिका गली से निकास दिया जाएगा।
महंत रामेश्वर पूरी ने बताया कि कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए दर्शन करने में हो सकता है कुछ भक्त प्रसाद या खजाना ना पा सकें तो इस बार ऐसे भक्त जो खजाना या प्रसाद लेने में असमर्थ होंगे, वह मंदिर प्रशासन से संपर्क कर अपना पता दे दें उन्हें डाक के माध्यम से खजाना और प्रसाद मिल सकेगा।
उन्होंने बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से मंदिर में जगह-जगह वालेंटियर तैनात किए जाएंगे। थर्मल स्कैनिंग और हैंड सैनिटाइजेशन के बाद भक्तों को माता के दरबार में प्रवेश दिया जाएगा। सोशल डिस्टेंसिंग के साथ एक बार में पांच-पांच भक्तों को प्रवेश दिया जाएगा। इसके साथ ही हर दो घंटों में मंदिर परिसर को पूरी तरह सैनिटाईज भी किया जाएगा।
12 नवंबर धनतेरस को भोर में 4.35 से 5:35 तक महाआरती के बाद आम श्राद्धलुओ के लिए सुबह 6:00 बजे से माँ के कपाट खोल दिए जायेंगे। सुरक्षा की दृष्टी से मन्दिर परिसर में दो दर्जन सीसी टीवी कैमरे लगाए गए हैं और मेडिकल की व्यवस्था की भी रहेगी। स्वर्णमयी माँ अन्नपूर्णा का छोटी दीपावली से अन्नकूट पर्व तक के दर्शन भोर में 4 बजे से रात्रि 11 बजे तक होगा। वीआईपी समय शाम 5 से 7 रहेगा। वृद्ध और दिव्यांगों के लिए दर्शन की सुगम व्यवस्था रहेगी। वार्ता के दौरान उपमहंत शंकर पूरी,डॉ रामनरायण द्विवेदी व प्रबंधक काशी मिश्रा भी मौजूद रहे।