रोक के बावजूद खेतों में जल रहे पराली 32 किसानों पर हो चुकी है कार्यवाही

सेवराई। पर्यावरण दूषित न हो और खेतों में जैविक गुणवत्ता बनी रहे इसके लिए शासन ने पराली को खेतों में नहीं जलाने का निर्देश दिया है। तहसील प्रशासन को इसकी निगरानी करने और जलाने वालों पर कार्रवाई के लिए भी कहा है। बावजूद खेतों में धड़ल्ले से पराली के अवशेष जलाए जा रहे हैं।
जब कि इस आरोप में अब तक 32 किसानों पर कार्रवाई करते हुए विभिन्न योजनाओं से वंचित किया जा चुका है। अन्य मिलने वाली योजनाओं पर भी आजीवन प्रतिबंध लगाने पर कार्रवाई चल रही है।
किसान जल्दबाजी में पराली को खेत में ही जला रहे हैं। इससे पर्यावरण प्रदूषित तो हो ही रहा है खेत की गुणवत्ता भी कम होती जा रही है। कृषि वैज्ञानिकों का कहना है केवल एक टन पराली जलाने से 05.05 किग्रा नाइट्रोजन, 02.03 किग्रा फासफोरस, 25 किग्रा पोटैशियम और 1.2 किग्रा सल्फर जैसे मिट्टी के पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं। पराली की आग की गरमी से मिट्टी में मौजूद कई उपयोगी बैक्टीरिया और कीट भी नष्ट हो जाते हैं। किसानों को इससे बचना चाहिए। बताया कि दो एकड़ तक खेत में पराली जलाने पर 2500 रुपये, दो से पांच एकड़ खेत में पराली जलाने पर 5000 हजार रुपये तक और 05 एकड़ से अधिक खेत में पराली जलाने पर 15 हजार रुपये तक जुर्माना लगाने का प्रावधान है। इसके अलावा खेती-किसानी संबंधित लाइसेंस रद्द करने और पीएम किसान सम्मान निधि से किसान को वंचित कर दिया जाता है। तहसील क्षेत्र के गहमर, बारा, करहिया, सेवराई, भदौरा, मनियां, सायर, उसियां, देवहल आदि गांवों में पराली जलाई जा रही है।शाम को कुछ किसान मशीन से धान के फसल का कटाई कराने के बाद खेत में बचे पराली के अवशेषों को आग लगा दिया। इसके बाद पूरा आसमान धुआ फैल गया। आसमान में पराली के राख उड़ने लगे। इसी तरह उसियां, लहना, बरेंजी, देवल आदि जगहों पर भी किसान अपने खेतों में पराली जला रहे हैं। एसडीएम सेवराई राजेश प्रसाद चौरसिया ने कहा कि पराली जलाने की शिकायत मिल रही है। गांव में लेखपाल को भेजकर पराली जलाने वाले किसानों को चिह्नित कराया जाएगा।
तहसीलदार सेवराई अमीत शेखर ने बताया कि किसी भी किसान को पराली नहीं जलाना है। शिकायत मिलने पर जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी। अब तक 32 किसानों पर जिलाधिकारी के निर्देश पर कार्रवाई की जा चुकी है। पराली जलाने से पर्यावरण प्रदूषित होता है और खेत की उर्वरा शक्ति भी कम होती है।
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