नहरे सुखी, सैकडों परिवारो का छाये संकट के बादल

सेवराई। तहसील क्षेत्र के अंतर्गत उसिया गांव के छोटी नहर में पानी न आने से किसान परेशान हैं। नहरों के पानी पर आश्रित किसान जहाँ धान की बुआई नही कर पा रहे है। जिसके कारण हजारों किसानों का परिवारो पर संकट के बादल मंडराते नजर आ रहे है। जिसको लेकर क्षेत्र के किसानों में गहरा रोष व्याप्त है। एक ओर जहा प्रदेश की योगी सरकार किसानों की आय दोगुनी करने की बात करती है तो वहीं दूसरी ओर सिंचाई विभाग के उच्चाधिकारियों की उदासीनता के चलते नहरों में पानी नहीं आ रहा है। नहरों में पानी की जगह धूल उड़ रही है।
उसिया के ग्राम प्रधान शम्स तबरेज खान का कहना है कि धान बुआई का मुख्य समय चल रहा है लेकिन नहरों में पानी नही है। जिन किसानों ने नहरों के पानी पर आश्रित होकर खेती करने के लिए धान की नर्सरी डाली है उनके लिए रख बड़ा संकट खड़ा हो गया है। इंजन अथवा पंपिंग सेट से 200 से 250 रुपए तक प्रति घंटा सिंचाई का मूल्य होने से उनकी यह खेती घाटे का सौदा साबित हो रही है। किसानों ने जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराते हुए जल्द से जल्द नहरों में पानी शुरू कराने की मांग की है ताकि उनकी बुआई समय से हो सके।
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