इंडिया मार्का हैंडपंप खुद अपनी ही प्यास बुझाने के लिए जोह रहा बांट

सेवराई। भीषण गर्मी और उमस से बचाव के लिए लोगों को जहां पेयजल की अत्यधिक आवश्यकता पड़ रही है वहीं सेवराई तहसील मुख्यालय के विभिन्न ग्राम पंचायतों में लगाए गए इंडिया मार्का हैंडपंप खुद अपनी ही प्यास बुझाने के लिए बाट जोह रहे हैं। भदौरा ब्लाक के 46 ग्राम पंचायतों के अंतर्गत करीब 1000 से अधिक इंडिया मार्का हैंडपंप विभाग द्वारा लगाए गए हैं लेकिन अधिकारियों की लापरवाही व उदासीनता के कारण समय से इसका मरम्मत न कर पाने से यह हैंडपंप लोगों की प्यास बुझाने के लिए नाकाफी साबित हो रहे हैं। जो गांव में महज शोपीस बनकर रह गए हैं।
सेवराई तहसील मुख्यालय के स्थानीय बाजार में कई इंडिया मार्का हैंडपंप या तो मरम्मत की बाट जो रहे हैं या रिबोर के लिए शोपीस बने हुए हैं स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा कई बार इसकी शिकायत किए जाने के बावजूद भी उच्च अधिकारियों के कान पर जूं तक नहीं रेंग रहा जिससे क्षेत्रीय लोगों में आक्रोश व्याप्त है। सेवराई गांव के स्थानीय बाजार में आसपास के दर्जनों गांव के लोग अपने कार्यों को लेकर आते हैं लेकिन पेयजल के लिए उन्हें बंद बोतल खरीद कर ही पीने को विवश होना पड़ता है।
विकासखंड भदौरा अंतर्गत गोड़सरा, मनिया, मिश्रवलिया, भदौरा, देवकली, करहिया, पचौरी, बक्सडा, बरेजी, उसिया, देवल, फरीदपुर, अमौरा, अरंगी, सरैला, चित्रकोनी, सिंहानी आदि गांव में लगे दर्जनों हैण्डपम्प खराब पड़े हुए हैं। क्षेत्रीय निवासी परवेज खान, अरशद खान, सतीश कुशवाहा, अरबिंद राम, बद्दु यादव, दीपक सिंह, कालिका यादव, अरबाज खान आदि ने बताया कि हैंड पंप खराब होने की सूचना कई बार विभागीय अधिकारियों वह क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों को दी गई बावजूद इसके अभी तक कोई कार्यवाही ना होने से लोगों को भीषण गर्मी और उमस में भी पेयजल के लिए तरसना पड़ रहा है।