दिलदारनगर बाजार स्थित रेलवे क्रोसिंग पर जान को जोखिम में डाल चलती मालगाड़ी से ट्रैक को पार करते लोग

सेवराई। ‘आ बैल मुझे मार’ यह कहावत आप सब ने सुनी होगी लेकिन इसका प्रत्यक्ष प्रमाण दिलदार नगर क्रासिंग पर देखने को मिला। शनिवार की दोपहर जब एक ट्रेन जाने लगी तो रेलवे कर्मचारियों द्वारा समपार फाटक को बंद किया गया। लेकिन लोगो के पास समय कहा जान भले ही चली जाए जान जोखिम में डाल कर अपना काम करेंगे। सुबह जब क्रासिंग बन्द था तब एक मालगाड़ी वहा से धीरे धीरे गुजर रही थी कुछ युवक चलती गाड़ी में चढ़ते हुए इस पार से उस पार हो रहे थे। युवकों को देख कुछ अधेड़ों ने भी यह रिस्क ले कर आर पार की। गनीमत यह रही कि कोई हादसा नही हुआ। सवाल यह उठता है कि इसका जिम्मेदार कौन है अगर इस दौरान कोई घटना हो जाती तो उसकी जिम्मेदारी किसकी होती, दिलदारनगर रेलवे स्टेशन पर आर पी एफ एवं जी आर पी चौकी चंद कदम पर है। क्या पुलिसकर्मियों की नजर इस घटना पर नही पड़ी अगर पड़ी तो पुलिस ने कारवाई क्यो नही की।
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