
गाजीपुर: जनपद के देवकली ब्लाक अंतर्गत पहाड़पुर कला ग्राम सभा इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। यहां पर ग्राम प्रधान एवं सचिव मिल करके सरकारी धन का किस तरह दुरुपयोग करते हैं।
यह आम जनता बयां कर रही है कि नाली सफाई के नाम पर पैसे आते हैं। सफाई कर्मी लगे हैं लेकिन फिर भी सफाई नहीं होती है। बात की जाए शौचालय की तो शौचालय की शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी की गई थी। 1076 पर भी की गई थी फिर भी निस्तारण नहीं होता है।
अधिकारी तो आते हैं, लेकिन जांच के नाम पर लीपापोती एवम निरीक्षण करके चले जाते हैं। उस पर आज तक कार्यवाही नहीं हुई। इसमें आम जनमानस का क्या दोष है कि उनको स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत शौचालय और तो और आवास में भी जमकर घोटाले बाजी हुई है।
ऐसा नहीं हैै कि पहली बार शिकायत हो रही हैं। लेकिन ब्लॉक एवं जिला स्तरीय अधिकारी निरीक्षण के नाम पर लगता हैं कि चढ़ावा का चादर ओढ़ कर सो जाते है। आखिर योगी सरकार में ग्रामीणों की सुनेगा कौन..?
नवागत जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट करवाते हुए, आम जनता चाहती है कि इस ग्राम सभा में जिला अधिकारी महोदय खुद जांच करें या निष्पक्ष नामित एजेंसी से जांच करवा सकते हैं। सोलर लाइट और स्ट्रीट लाइट के नाम पर देखा जाए तो घोटाला ही घोटाला लगा हुआ है।
सफाई तो दूर की बात से हर कोई डरा सहमा सा है कोविड- 19 से फिर भी गंदगी के अंबार में जिंदगी चल रही है। आखिर ऐसा क्यों है क्यों सरकारी धन का दुरुपयोग होता है? जनता का धन जनता को मिलना चाहिए। ना कि लीपापोती करके घोटाले की भेंट चढ़ जाए।
विकास कार्यों के लिए सीडीओ महोदय से भी आम जनमानस आग्रह करता है कि आप इतने ईमानदार छवि के हैं। फिर भी आप के अधीनस्थ घोटालों को बढ़ावा दे रहे है, ये सोच से परे हैं।
आखिरकार क्यों नहीं निष्पक्ष जांच करवाते हैं? ग्रामीणों को लगता है कि आला अधिकारी भी ग्राम प्रधान और सचिव से डरते हैं। अगर डर के छाव में है, तो हम जनता का हक कैसे मिल पायेगा।