
सेवराई: गाजीपुर केंद्र और प्रदेश की डबल इंजन सरकार में भ्रष्टाचार और महंगाई का बोलबाला चरम पर है वही नौजवान बेरोजगारों की फौज नौकरी के लिए दर-दर भटकने को मजबूर हो चुकी है।
यह कहना था प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री पूर्व सांसद एवं वर्तमान विधायक ओमप्रकाश सिंह का शनिवार को अपने पैतृक ग्राम सेवराई में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कही।
पत्र प्रतिनिधियों से मुखातिब श्री सिंह ने कहा कि प्रदेश में जिस प्रकार से महंगाई और भ्रष्टाचार बढ़ रहा है उस को उजागर करने में मीडिया को भी आगे आना होगा वहीं विपक्ष भी इस मुद्दे को लेकर विधानसभा तथा लोकसभा में इस मुद्दे को जोरदार ढंग से उठा रहा है ।लेकिन केंद्र और प्रदेश की डबल इंजन सरकार के ऊपर इसका कोई असर पड़ने वाला नहीं है ।
पूर्व मंत्री व सपा के कद्दावर नेता जमानिया विधान सभा से नवनिर्वाचित विधायक ओमप्रकाश सिंह ने शनिवार की शाम आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस किया।
इस दौरान उन्होंने वाराणसी में ज्ञानवापी मुद्दे को मीडिया कर्मियों द्वारा उठाए जाने पर श्री सिंह ने कहा कि जब से भाजपा की सरकार दिल्ली और उत्तर प्रदेश में काबिज हुई है।तबसे दो चीजें बेइंतहां बढ़ गयी है।
एक है भ्रष्टाचार और दूसरी है महंगाई।यह दोनों चीजे इतना बढ़ रही है कि हम इसका कल्पना नही कर सकते।
उन्होंने ज्ञानवापी मामले में बोलते हुए कहा कि यह विषय राजनीतिक विषय नहीं है यह विषय न्यायालय का है और न्यायालय का सम्मान करते हुए इस मुद्दे पर कुछ भी नहीं कहा जा सकता है।
यह रोजगार तो नही दिये लेकिन एक काम नवजवानों को दे दिए है कि यह तय करो कि वह फव्वारा है या शिवलिंग।आगे कहा कि जो समस्याओं के सबसे मूल में है बेकारी, भ्रष्टाचारी बेरोजगारी इस पर वह ध्यान नही दे रहे है।आज़ादी से पहले से ही वहाँ पर नमाज़ हो रही है।
विषय से विषय अंतर सीखना है तो भाजपा सरकार से सीखिए। वही आगे उन्होंने कहा कि अपने क्षेत्र के विकास के लिए अपने स्तर से मैं प्रतिबद्ध हूं।
वही मीडिया कर्मियों को कहा कि जन सरोकारों से जुड़े मुद्दों को निष्पक्षता और प्रमुखता से प्रकाशित करें जिससे मीडिया की भी गरिमा बरकरार रख सके।
तहसील और थाने को आड़े हाथों लेते हुए श्री सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार के तुगलकी फरमान के कारण क्षेत्र के गरीब किसान को मिट्टी खनन के नाम पर प्रताड़ित किया जा रहा है।जबकि यहाँ के लोग अपने घर के निर्माण और चबूतरे के निर्माण के लिए करते हैं।
लोग कह रहे है कि हमे मकान बनाने के लिए मिट्टी नही निकलने दिया जा रहा है। यह कोई अपराध नहीं है।जबकि आलरेडी विभाग इसका पोर्टल चला रही है। लेकिन प्रदेश सरकार के मिट्टी खनन के रोक के कारण थाने और तहसील के लोगों की आय बढ़ गई है। जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
भाजपा सरकार ने कहा है कि 2023 तक हम सब का मकान पक्का कर देंगे तो दूसरी तरफ पात्र गृहस्थी के तहत योजना का लाभ ले रहे लोगों को जांच और कार्रवाई के डर से उनके नाम काटे जा रहे हैं। राशन ना देने के लिए सबसे अधिक बुलडोजर बाबा का प्रकोप चालू है।
भारत माता का टेंडर सिर्फ भारतीय जनता पार्टी ने नहीं डाला है देश के आजादी की लड़ाई में अगर सबसे अधिक लड़ाई किसी ने लड़ा है तो वह समाजवादी लोग थे। समाजवादी सड़क से लेकर सदन तक इनका विरोध करेंगे।