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मैं अन्न-जल को साक्षी मानकर शपथ लेता हूँ कि नरेंद्र मोदी को 2024 में वोट नहीं दूंगा यदि…..

मुहम्मदाबाद / गाज़ीपुर (चन्दन शर्मा): नैतिक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व जज चन्द्र भूषण पाण्डेय द्वारा गांव की सरकार लागू करने के लिए अन्न जल संकल्प अभियान जयप्रकाश नारायण के गांव जेपी नगर बलिया से शुरू होकर गाज़ीपुर जनपद के कोटवा सलारपुर, कुंडेसर के बकसपुरा होते हुए सोमवार को मोहम्मदाबाद की ऐतहासिक धरती पर पहुंचा।

मोहम्मदाबाद के अष्ट शहीद पार्क में श्री चन्द्र भूषण पाण्डेय लोगों से मुखातिब हुए। उन्होंने लोगों को गांव की सरकार को लेकर जागरूक किया और गांव की सरकार बनने के पश्चात होने वाले विभिन्न लाभों को बताया।

Chandra bhushan Pandey, Braj Bhushan Dubey

सीबी पाण्डेय ने एक प्रेस वार्ता करके बताया कि गांव की सरकार यदि बन जाती है तो हर गांव खुद का विकास करने के लिए सक्षम हो जाएगा। लेकिन ऐसा नहीं होने दिया जा रहा है क्योंकि यदि गांव की सरकार बन गयी तो फिर नेताओं की नेतागिरी भूमिसमाहित हो जाएगी। ये लोग अपनी राजनीति नहीं चमका पाएंगे। जबकि संविधान में गांव की सरकार बनाने का नियम वर्णित है। जब नियम है कानून है तो क्यों नहीं बनती गांव की सरकार?

उन्होंने गांव की सरकार बनने पर बताया कि कितनी आसानी से लोग अपने मामले निपटा लेंगे साथ ही हर गांव सम्पन्न होगा। सैकड़ों रोजगार के अवसर पैदा होंगे। उन्होंने केरल का उदाहरण देते हुए बताया कि केरल में गांव की सरकार बेहतर तरीके से काम करती है जिससे वहां का विकास तीव्र गति से हो रहा हैं।

चकशाहमुहम्मद उर्फ मलिकपुरा में शशिकांत शर्मा उर्फ भुवर ने दर्जनों ग्राम प्रधानों के साथ चन्द्र भूषण पाण्डेय की अगवानी की और साथ में आये हुए स्वतंत्र पत्रकार, समाजसेवी व यूट्यूबर ब्रज भूषण दुबे सहित चन्द्र भूषण पाण्डेय का अंगवस्त्रम देकर स्वागत किया।

चकशाह मुहम्मद उर्फ मलिकपुरा में ग्राम प्रधानों को संबोधित करते हुए चन्द्र भूषण पाण्डेय ने लोगों से अपील की कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी यदि संवैधानिक व्यवस्था गांव सरकार को लागू नहीं करते हैं तो 2024 के लोक सभा चुनाव में हम सब मिलकर उन्हें वोट नहीं देंगे ।

सभा को सम्बोधित करते हुए पूर्व न्यायाधीश चन्द्र भूषण पाण्डेय ने कहा कि संविधान ने ग्राम पंचायतों को सरकार की तरह काम करने का अधिकार दिया है। गांव पंचायत को 29 विभाग का कार्य दिया गया है। उसके लिए वित्तीय व्यवस्था भी की गई है।

ग्राम पंचायत को नियम बनाने, संसाधन जुटाने व कर्मचारी रखने जैसे सभी अधिकार है लेकिन राज्य सरकारों ने ग्राम पंचायतों का यह अधिकार ले लिया है और ऐसी व्यवस्था बनाई है कि राज्य सरकार जो निर्देश देगी उसके अनुसार ग्राम पंचायत कार्य करेगी।

इस प्रकार ग्राम पंचायत सरकारी विभाग के रूप में काम करता है। नेताओं व अफसरों का गुलाम बन कर रह गया है। गांव को नेताओं व अफसरों की गुलामी से मुक्त कराने के लिए ही यह अभियान छेड़ा गया है ताकि ग्राम पंचायत गांव सरकार के रुप में गांव की सभी व्यवस्थाएं अपने ढंग से चलाए। सभी 29 विभागों के लिए पांच पांच ग्राम पंडित नियुक्त करें । इससे कम से कम 200 लोगों को गांव में रोजगार मिलेगा तथा गांव के लोग विभिन्न प्रकार के काम करते हुए हुनरवान बनेगे।

प्रधानों सहित गांव के सैकड़ों लोगों ने अन्न जल को साक्षी मानकर संकल्प लिया कि यदि भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गांव सरकार लागू नहीं करते हैं तो 2024 के आम चुनाव में उन्हें हम सब वोट नहीं देंगे।

तिरंगा फहराने को लेकर समग्र विकास इंडिया के संस्थापक व कार्यक्रम के संयोजक समाजसेवी ब्रजभूषण दुबे ने कहा कि गांव में तिरंगा नही फहराया जाता है क्योंकि नेता व अफसर गांव को ग़ुलाम समझते हैं। आज तिरंगा इसलिए फहराया गया ताकि गांव के लोगों को आजादी का एहसास हो और वह अपने संवैधानिक अधिकार गांव सरकार के लिए संघर्ष करें।

जय प्रकाश जी के गांव से यह अभियान इसलिए शुरू किया गया है क्योंकि भूदान के माध्यम जयप्रकाश जी गांव स्वराज्य स्थापित करना चाहते थे। कार्यक्रम के पूर्व राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया। तत् पश्चात उपस्थित जन समूह ने हाथ में अन्न जल लेकर उसे साक्षी मानते हुए गांव की सरकार बनाने का संकल्प लिया।

इस अवसर चकशाह मुहम्मद उर्फ मलिकपुरा के ग्रामप्रधान प्रतिनिधि शशिकांत शर्मा उर्फ भुवर, पूर्व ब्लाक प्रमुख रामकृत यादव, गोपाल पासी, सुनील यादव, ओमप्रकाश यादव, हरेंद्र यादव, वाजिद खान, नदीम सिद्दकी, वंशराज यादव, बृजजलाल यादव, चंदा यादव, मीर हसन, देवेंद्र आदि लोग मौजूद रहे।

द सर्जिकल न्यूज़ डेस्क

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