
कासिमाबाद / गाजीपुर: कासिमाबाद तहसील अंतर्गत रामगढ़ के लेखपाल ने सार्वजनिक संपत्ति पर कब्जा कर रहे वकील पर एफआईआर दर्ज कराया है।
उत्तर प्रदेश में शासन प्रशासन से लेकर कर्मचारी तक को प्रदेश की योगी सरकार मे एक चुस्त-दुरुस्त सरकार के रूप में उत्तर प्रदेश सरकार को देखा जा रहा है।
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वही उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जनपद कासिमाबाद तहसील क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम सभा रामगढ़ में बंजर भूमि पर दबंगों द्वारा दबंगई पूर्वक और शासन-प्रशासन के नियमों को ताक पर रख कर बंजर भूमि को अतिक्रमण करने का मामला सामने आया है।
जब इसकी सूचना क्षेत्रीय लेखपाल राधेश्याम यादव पता चलने पर मौके पर जाकर अतिक्रमण कर रहे लोगों से बार-बार निवेदन कर कार्य को रोकने की अपील करने पर तहसील के अधिवक्ता सुधीर कुमार ने जोर जबरदस्ती के साथ ही लेखपाल के सामने ही मनमाने ढंग से दीवार की जोड़ाई करवाते हुए लेखपाल को वहां से जल्दी चले जाने की धमकी दिया।
फिर भी लेखपाल ने अधिवक्ता से अपनी बात कहना चाहे तो उसने यह कहते हुए बातें टाल दिया कि इस जमीन को मैं अपने कब्जे में ले रहा हूं यह भूमि बंजर है कि सरकारी इससे मेरा कुछ भी लेना देना नहीं है यह जमीन मेरे मौके पर है। इसीलिए मैं इसको अपने कब्जे में लेकर अपना सहन बनाना चाहता हूं।
अगर आपको कोई आपत्ति है तो जाकर शासन प्रशासन से मेरी शिकायत करिए और जो मन में आये किजिए। मै यहीं खड़ा हूं और इससे भी मन ना भरे तो मेरा फोटो खींच लीजिए। मैं यहीं खड़ा हूं।
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तब लेखपाल राधेश्याम यादव ने इस मामले का संज्ञान पुलिस प्रशासन को अवगत कराते हुए सार्वजनिक संपत्ति नुकसान निवारण अधिनियम 1984/3A एवं सार्वजनिक संपत्ति नुकसान निवारण अधिनियम 1984/5A के तहत जमुना पुत्र रामसोच, सुधीर कुमार पुत्र जमुना राम, अनिल कुमार पुत्र जमुना राम, बालेश्वर राम पुत्र जुड़ी राम के ऊपर कासिमाबाद थाना में मुकदमा दर्ज कराया।
इस संबंध में कासिमाबाद कोतवाली प्रभारी कमलेश पाल ने बताया कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर प्रकरण की जांच की जा रही है।
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